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Thursday, 1 March 2012

बी.पी. व शूगर की अनदेखी से ब्रेन अटैक

बीमारी कोई भी हो, उसके प्रति लापरवाही बरतने से सदैव बड़ा नुक्सान होने का खतरा बढ़ जाता है। बी.पी. एवं शूगर दो ऐसे रोग हैं, जिनके मरीज अब ज्यादा हैं। इनके रोगी यदि बीमारी के प्रति ढिलाई बरतते हैं तो ये बढ़कर कभी भी विपत्ति ला सकते हैं। इन दोनों की अनदेखी से मस्तिष्क आघात अर्थात ब्रेन अटैक, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।

यह दो तरह का होता है। नसें फट जाती हैं या नसों में रक्तस्राव होता है। हार्ट अटैक के बाद ब्रेन अटैक मृत्यु एवं विकलांग होने का बड़ा कारण माना जाता है। गुर्दे की बीमारी, चर्बीयुक्त भोजन, धूम्रपान, मदिरापान से ब्रेन अटैक की आशंका एवं खतरा बढ़ता है।-Date: 1/3/2012 4:16:20 AM, Punjab Kesri

Wednesday, 29 February 2012

सिगरेट छोडऩे के 5 साल बाद भी मधुमेह की चपेट में आने का खतरा!

नेशनल कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं के एक दल ने अपने शोध में पाया है कि धूम्रपान छोडऩे के पांच साल बाद तक भी सिगरेट पीने वालों के मुधमेह की चपेट में आने का खतरा बना रहता है।40 से 69 आयु वर्ग के 59 हजार लोगों पर 1990 से 2003 के बीच किए गए शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि धूम्रपान करने वालों के मधुमेह की चपेट में आने की आशंका अधिक रहती है और धूम्रपान छोडऩे के पांच साल बाद भी सिगरेट पीने वाले महिलाओं और पुरूषों में इस बीमारी के उभरने की संभावना 2.84 फीसदी होती है। लेकिन पांच साल के बाद सिगरेट छोडऩे वालों को धूम्रपान का खतरा धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों के समान ही होता है।-Date: 2/29/2012 3:45:15 PM, Punjab Kesri