बीमारी कोई भी हो, उसके प्रति लापरवाही बरतने से सदैव बड़ा नुक्सान होने का खतरा बढ़ जाता है। बी.पी. एवं शूगर दो ऐसे रोग हैं, जिनके मरीज अब ज्यादा हैं। इनके रोगी यदि बीमारी के प्रति ढिलाई बरतते हैं तो ये बढ़कर कभी भी विपत्ति ला सकते हैं। इन दोनों की अनदेखी से मस्तिष्क आघात अर्थात ब्रेन अटैक, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।
यह दो तरह का होता है। नसें फट जाती हैं या नसों में रक्तस्राव होता है। हार्ट अटैक के बाद ब्रेन अटैक मृत्यु एवं विकलांग होने का बड़ा कारण माना जाता है। गुर्दे की बीमारी, चर्बीयुक्त भोजन, धूम्रपान, मदिरापान से ब्रेन अटैक की आशंका एवं खतरा बढ़ता है।-Date: 1/3/2012 4:16:20 AM, Punjab Kesri
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