Labels

Showing posts with label ब्रेन अटैक. Show all posts
Showing posts with label ब्रेन अटैक. Show all posts

Thursday, 1 March 2012

बी.पी. व शूगर की अनदेखी से ब्रेन अटैक

बीमारी कोई भी हो, उसके प्रति लापरवाही बरतने से सदैव बड़ा नुक्सान होने का खतरा बढ़ जाता है। बी.पी. एवं शूगर दो ऐसे रोग हैं, जिनके मरीज अब ज्यादा हैं। इनके रोगी यदि बीमारी के प्रति ढिलाई बरतते हैं तो ये बढ़कर कभी भी विपत्ति ला सकते हैं। इन दोनों की अनदेखी से मस्तिष्क आघात अर्थात ब्रेन अटैक, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।

यह दो तरह का होता है। नसें फट जाती हैं या नसों में रक्तस्राव होता है। हार्ट अटैक के बाद ब्रेन अटैक मृत्यु एवं विकलांग होने का बड़ा कारण माना जाता है। गुर्दे की बीमारी, चर्बीयुक्त भोजन, धूम्रपान, मदिरापान से ब्रेन अटैक की आशंका एवं खतरा बढ़ता है।-Date: 1/3/2012 4:16:20 AM, Punjab Kesri

Friday, 24 February 2012

...तो घट सकता है हार्ट अटैक का खतरा!

वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर आप हृदयाघात के जोखिम को कम करना चाहते हैं तो संतरे और कीनू खाएं। विज्ञान पत्रिका ‘स्ट्रोक’ में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के नॉर्विक मेडिकल स्कूल के अनुसंधानकर्ताओं ने अपने शोध में पाया कि अपने प्रदाहनाशी प्रवृति के कारण संतरे और कीनू ‘मस्तिष्क आघात’ के जोखिम को कम कर सकते हैं।

अपने अनुसंधान के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने 68,622 महिलाओं पर अध्ययन किया है। डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिन महिलाओं ने खट्टापन लिए हुए स्वाद वाले फल का सेवन ज्यादा किया उनमें ‘मस्तिष्क आघात’ का जोखिम सामान्य महिलाओं की तुलना में 19 प्रतिशत कम था।- Date: 24/02/2012 6:38:31 PM